नई दिल्ली |
प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्वास व्यक्त किया है कि नई दिल्ली जी20 शिखर सम्मेलन मानव-केंद्रित और समावेशी विकास का एक नया मार्ग तैयार करेगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत की जी20 अध्यक्षता समावेशी, महत्वाकांक्षी, निर्णयात्मक और कार्योन्मुख रही है जहां विकासशील और गरीब देशों की विकास से जुड़ी चिंताओं को सक्रिय रूप से आवाज दी गई है।
वंचितों की सेवा करने के गांधी जी के ध्येय का अनुकरण करने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, माननीय प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि भारत विकास को गति देने के मानव-केंद्रित उपायों पर काफी जोर देता है।
माननीय प्रधानमंत्री ने जानकारी दी कि वह ‘एक धरती’, ‘एक परिवार’ और ‘एक भविष्य’ पर सत्र की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें मजबूत, स्थाई, समावेशी और संतुलित विकास को आगे बढ़ाने के साथ विश्व समुदाय की मुख्य चिंताओं से जुड़े कई विषय शामिल होंगे। उन्होंने मित्रता और सहयोग के बंधन को और गहरा करने के लिए कई नेताओं और प्रतिनिधिमंडल के प्रमुखों के साथ द्विपक्षीय बैठकों के आयोजन का भी उल्लेख किया।
माननीय प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि महामहिम राष्ट्रपति 9 सितंबर 2023 को नेताओं के लिए रात्रिभोज की मेजबानी करेंगी। सम्मानित नेतागण 10 सितंबर 2023 को राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगे। उसी दिन समापन समारोह में जी 20 नेता एक स्वस्थ, ‘एक पृथ्वी’ के लिए ‘एक परिवार’ की तरह मिलकर स्थाई और निष्पक्ष ‘एक भविष्य’ के लिए अपने सामूहिक दृष्टिकोण को साझा करेंगे।
एक्स पर एक थ्रेड साझा करते हुए माननीय प्रधानमंत्री ने कहा:
“भारत को 9-10 सितंबर 2023 को नई दिल्ली के प्रतिष्ठित भारत मंडपम में 18वें जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करते हुए खुशी हो रही है। यह भारत द्वारा आयोजित होने वाला पहला जी-20 शिखर सम्मेलन है। मैं अगले दो दिनों में विश्व नेताओं के साथ सार्थक चर्चा की आशा करता हूं।
यह मेरा दृढ़ विश्वास है कि नई दिल्ली जी20 शिखर सम्मेलन मानव-केंद्रित और समावेशी विकास का एक नया मार्ग तैयार करेगा।”