प्रजासत्ता नेशनल डेस्क|
Bank Frauds in India: देश में बैंक धोखाधड़ी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। रिजर्व बैंक (RBI )की एक रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 2,642 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी के कुल 14,483 मामले सामने आए है। लेकिन इनमें शामिल राशि पिछले साल की तुलना में सिर्फ 14.9 प्रतिशत रही है। एक साल पहले इसी अवधि में फ्रॉड के 5,396 मामले सामने आए थे। इनमें 17,685 करोड़ रुपये का हेरफेर हुआ थे।
आरबीआई द्वारा ‘भारत में बैंक की प्रवृत्ति और प्रगति 2022-23’ पर बुधवार को रिपोर्ट जारी की गई। इसमें कहा गया है कि बैंकिंग और पेमेंट सिस्टम को साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) एवं आंकड़ों में सेंध के जोखिमों से बचाना बहुत जरूरी है। रिजर्व बैंक की इस रिपोर्ट के मुताबिक, धोखाधड़ी से बैंकों की प्रतिष्ठा, परिचालन और वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए जोखिम पैदा होता है। इससे वित्तीय स्थिरता के साथ बैंकिंग प्रणाली में ग्राहकों का भरोसा भी कम होता है।
रिपोर्ट कहती है कि पिछले वित्त वर्ष में धोखाधड़ी में शामिल औसत राशि घट गई और कार्ड या इंटरनेट से संबंधित धोखाधड़ी के मामलों की अधिकता रही। नई प्रौद्योगिकियों के आने से साइबर हमले (Cyber Attacks), डेटा से छेड़छाड़ (Data Tampering)और परिचालन विफलताओं का जोखिम भी बढ़ गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, बैंकों को संभावित कमजोरियां दूर करने के लिए प्रौद्योगिकी और साइबर सुरक्षा जोखिमों को बेहतर ढंग से चिह्नित और संबोधित करने की जरूरत है। बैंक प्रणाली के सामने आने वाले जोखिमों की उभरती प्रकृति को बेहतर संचालन व्यवस्था और मजबूत जोखिम प्रबंधन उपायों के माध्यम से सुदृढ़ बनाना होगा।