Blue Moon 2023: Blue Moon दिखना बहुत ही दुर्लभ खगोलिये घटना है। इस बात Blue Moon की यह घटना बुधवार यानी 30 अगस्त को दिखेगी। इस दौरान चन्द्रमा आसमान में पूरा चमकदार दिखाई देगा, जबकि सामान्य तौर पर चंद्रमा जब अपनी कक्षा में पृथ्वी के निकटतम बिंदु पेरिगी पर पहुंचेगा। इस खगोलीय घटना को सुपरमू या Blue Moon कहते हैं। सुपर Blue Moon का आश्चर्यजनक नजारा ढाई तीन साल में एक बार घटता है।
जानकारों की मने तो सुपरमून लगभग 2,22,043 मील दूर होगा। सुपरमून बिल्कुल नया शब्द है। ज्योतिषी रिचर्ड नोल ने 1979 में इस शब्द का निर्माण किया जिसका अर्थ 90 प्रतिशत पेरिगी के भीतर नया या पूर्ण चांद था। फुल मून या पूर्ण चंद्रमा उज्ज्वल होते हैं और नए चंद्रमा पृथ्वी से शायद ही कभी दिखाई देते हैं, लेकिन दोनों ही ज्वार या टाइड्स को प्रभावित करते हैं।
स्ट्रॉबेरी मून्स और पिंक मून्स के समान Blue Moon का नाम उसके रंग के आधार पर नहीं रखा गया है। इसके बजाय यह सब समय के बारे में है। दरअसल यह कभी-कभी होने वाली घटना है इसलिए इसे Blue सुपर Moon कहा गया है। बुधवार को इस महीने की दूसरी पूर्णिमा होगी। पहला सुपरमून इस महीने पहली तारीख को था।
Blue Moon को लेकर अलग-अलग परिभाषाएं
ब्लू मून की वर्तमान परिभाषा के अनुसार एक महीने में आने वाले दूसरे सुपरमून को ब्लू मून कहते हैं। वहीं एक पुरानी परिभाषा में एक वर्ष में पूर्ण चंद्रमाओं की संख्या का उपयोग किया जाता है। आमतौर पर साल में 12 फुल मून होते थे, लेकिन कभी-कभी एक एक्स्ट्रा भी हो जाता था। कांग्रेस की लाइब्रेरी के अनुसार कुछ प्रकाशनों जैसे ‘मेन फार्मर्स अल्मनैक’ ने वर्ष को अलग तरीके से मापा, इसकी शुरुआत दिसंबर के अंत में हुई।
Blue सुपर Moon दिखना है दुर्लभ
सुपरमून अपने आप में दुर्लभ इवेंट नहीं हैं, आम तौर पर साल में तीन या चार सुपरमून होते हैं, हालांकि, ब्लू मून बहुत आम नहीं हैं। लगभग 33 चंद्रमाओं में से केवल एक ही ब्लू सुपरमून कहलाने के योग्य होता है। ब्लू सुपरमून हर 10 से 20 सालों में दिखाई देता है। नासा के अनुसार अगला ब्लू सुपरमून 2037 में दिखाई देगा।
कब दिखेगा Blue Moon
इस सुपर ब्लू मून को सूर्यास्त के बाद देखा जाना शुरू हो जाएगा। 30 अगस्त की रात तकरीबन 8:37 PM EDT (ईस्टर्न डेयलाइट टाइम) के करीब इसे सही तरह से देखा जा सकता है। यूरोप में यह थोड़ी देर बाद दिखेगा।
दूसरा फुल मून
नासा के अनुसार, अगस्त महीने का यह दूसरा फुल मून (Full Moon) यानी पूर्ण चांद होगा, और यह स्काई एंड टेलेस्कॉप मैगजीन 1946 के द्वारा नई परिभाषा वाला Blue Moon होगा। नासा के अनुसार फुल मून हर 29.5 दिनों पर लगता है जिस चलते फरवरी में कभी भी ब्लू मून नहीं लग सकेगा।