शिमला ब्यूरो|
राजधानी शिमला में पीने का पानी महंगा हो गया है। पेयजल कंपनी के पानी की दरें दस फीसदी बढ़ाने के प्रस्ताव को प्रदेश सरकार ने मंजूरी दे दी है। इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी है। अधिसूचना के अनुसार बढ़ी हुई नई दरें 24 जनवरी से ही लागू मानी जाएगी। फरवरी से ही लोगों को नई दरों पर पानी के बिल जारी किए जाएंगे।
सतलुज जल प्रबंधन निगम लिमिटेड (एसजेपीएनएल) के महाप्रबंधक अनिल मेहता ने बताया कि एसजेपीएनएल द्वारा वर्ष 2018 से हर वर्ष पेयजल दरों में 10% की बढ़ोतरी होना निर्धारित है, जिसके चलते राजधानी शिमला व आसपास के क्षेत्रों में 24 जनवरी से यह बढ़ी हुई दरें लागू कर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि घरेलू व व्यवसायिक दोनों तरह के उपभोक्ताओं के लिए 10% की बढ़ोतरी की गई है, जबकि अन्य किसी भी प्रकार के मीटर रेंट या नए कनेक्शन जैसे सेवाओं का शुल्क नहीं बदला गया है।
बता दें कि शिमला शहर में लगभग 35 हजार पेयजल उपभोक्ता हैं। इनमें करीब 25 हजार घरेलू जबकि 10 हजार व्यावसायिक उपभोक्ता हैं। दस हजार घरेलू उपभोक्ता ऐसे हैं जिनका मासिक बिल अभी 200 रुपये से भी कम आ रहा है। इन पर बढ़ी दरों पर कम असर पड़ेगा। नई दरों के बाद इनका बिल बढ़कर 220 तक पहुंच जाएगा। बढ़ी हुई पेयजल दरों का ज्यादा असर उन उपभोक्ताओं पर पड़ेगा जिनकी पानी की खपत ज्यादा है। इनमें ज्यादातर व्यावसायिक उपभोक्ता हैं। इनका बिल हजारों रुपये आता है। अब इसमें दस फीसदी की और बढ़ोतरी हो जाएगी।