प्रजासत्ता ब्यूरो शिमला।
हर बार पुलिस,हर जगह पुलिस,सबसे आगे पुलिस
फिर भी सरकार नहीं सुन रही पुलिस के कर्मचारियों की व्यथा। आखिर पुलिस को क्यूँ बलि का बकरा बना दिया जाता है न उन्हें 8 साल के बाद मिलने वाली ग्रेड पे का समय काल घटा कर 2 साल किया जा रहा अन्य विभागों की तर्ज पर न ही उन्हें कोई विशेष सुविधायें। जबकि कोरोना काल में सबसे आगे सिर्फ़ पुलिस थी जो बिना कुछ सोचें समझे अपने परिवार को पीछे छोड़ कर अपना कर्तव्य निभा रही थी न जाने उनके कितने ही साथी उस दौरान अपने घरों से दूर रहे, अपने घर के बुजुर्गों की देखरेख नहीं कर पाये यहां तक कि अपने छोटे-छोटे बच्चों से भी नहीं मिल पाये।
कांस्टेबल वीरेंद्र की शहादत, हर बार पुलिस हर जगह पुलिस सबसे आगे पुलिस
