शिमला|
हिमाचल सरकार में पूर्व मंत्री स्वर्गीय नरेंद्र बरागटा के बेटे और भाजपा आईटी सेल के प्रभारी चेतन बरागटा ने पार्टी से बगावत कर दी है| चुनाव के लिए टिकट ना मिलने के बाद शिमला की जुब्बल- कोटखाई सीट से उन्होंने आजाद चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक दी है| शुक्रवार सुबह खड़ापत्थर में अपना नामांकन भरा। चेतन बरागटा ने शुक्रवार सुबह खड़ापत्थर में अपना नामांकन भरा।
बता दें कि जुब्बल-कोटखाई से भाजपा ने नीलम सरकैक को टिकट दिया है. कोटखाई में गुरुवार को टिकट कटने के बाद बरागटा ने समर्थकों के साथ रैली की| बैठक में लंबी चर्चा के बाद फैसला लिया गया कि वह आजाद चुनाव लड़ेंगे| वहीँ उनके चुनाव लड़ने के घोषणा के बाद बड़ी संख्या में नामांकन के लिए उनके समर्थक उनके साथ पहुंचे थे|
बता दें कि चेतन ने गुरुवार को गुम्मा में एक चुनावी बैठक की, जिसमें भारी संख्या में उनके समर्थक शामिल हुए अपने संबोधन के दौरान चेतन बरागटा भावुक हुए और रो दिए| बरागटा ने खूब खरी-खोटी सुनाई और ऐलान किया कि अब जो जनता कहेगी वो वही फैसला करेंगे| बरागटा ने संबोधन में उन्होंने कहा कि मुझे टिकट नहीं देना होता तो पहले बता दिया होता| 15 साल तक पार्टी को मजबूत करने के लिए कार्य किया और अब परिवारवाद की बात कही जा रही है| उन्होंने कहा कि आज उन लोगों को टिकट दिया गया, जो कांग्रेस के साथ मिलकर पार्टी के खिलाफ कार्य करते रहे| इतना ही नहीं चेतन ने कहा कि पार्टी के किसी वरिष्ठ नेता या कार्यकर्ता को टिकट दिया होता तो पार्टी के साथ चलते, लेकिन ये जो टिकट थोपा गया है ये सहन नहीं किया जा सकता|