शिमला|
शिमला जिला के अंतर्गत ठियोग विधानसभा क्षेत्र का एक प्रतिनिधिमंडल माकपा विधायक राकेश सिंघा के नेतृत्व में आज लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता के घेराव को शिमला पहुंच गया है। इस दौरान काफी संख्या में लोग उनके साथ निगम बिहार में लोक निर्माण विभाग मुख्यालय के बाहर रोष जाहिर करते नजर आए।
दरअसल, राज्य सरकार ने कुछ दिन पहले लोक निर्माण विभाग के सब-डिवीजन ठियोग से कनिष्ठ अभियंता को सैंज सब डिवीजन के लिए ट्रांसफर किया है, जबकि ठियोग में पहले ही जेई के दो पद खाली चल रहे थे। अब एक अन्य जेई को ट्रांसफर करने के बाद यहां चार में से एक ही जेई शेष बचा है। उधर, ठियोग डिवीजन के अंतर्गत पड़ने वाले सैंज सब डिवीजन में अब चार जेई हो गए हैं।
गौरतलब है कि ठियोग लोक निर्माण विभाग डिवीजन का मुख्यालय है। मुख्यालय के सब डिवीजन में एक जेई और सैंज सब डिवीजन में 4-4 जेई की तैनाती कर दी जाती है, जो कई तरह के सवालिया निशान खड़े कर रही है। यही वजह है कि स्थानीय लोग ENC का घेराव करने शिमला पहुंचे हैं।
इस दौरान ठियोग के माकपा विधायक राकेश सिंघा ने सरकार पर उनकी सर्विलेंस के आरोप जड़ते कि वह चुने हुए विधायक है। इस हैसियत से वह जहां भी दफ्तर में लोगों की बात उठाने जाते हैं, वहां उनसे पहले पुलिस पहुंच जाती है। उन्होंने सरकार के इस व्यवहार को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। विधायक राकेश सिंघा ने जेई का तबादला जल्द रद्द करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि ठियोग में स्टाफ की तैनाती को लेकर किसी तरह का सौतेला व्यवहार सहन नहीं किया जाएगा।
वहीँ एक स्थानीय निवासी महेंद्र वर्मा ने जयराम सरकार पर राजनीतिक द्वेष की भावना से काम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि ठियोग में पहले ही जेई के दो पद खाली होने से विभिन्न विकास कार्य समय पर नहीं हो पा रहे थे। अब तीसरे जेई को भी ट्रांसफर करने के बाद ठियोग सब डिविजन में सब काम ठप्प पड़ गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ठियोग से ट्रांसफर किए गए जेई को वापस नहीं लाया गया तो सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर आंदोलन लड़ा जाएगा।