शिमला|
शिमला पुलिस की टीम ने मोबाइल फोन टावर लगाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के एक ठग को कोलकाता से गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान 29 वर्षीय पंकज दास निवासी प्रगति मैदान कोलकाता के तौर पर की गई है। आरोपित ने मोबाइल फोन टावर के नाम पर अपने साथियों सहित पीडि़त जगत राम जिला बिलासपुर के सुई सोराधार के मूल निवासी को 12 लाख की ठगी का शिकार बनाया था।
पुलिस से प्राप्त सूचना के अनुसार, पीडि़त पंकज दास ने 20 अगस्त को सदर थाना में मामला दर्ज करवाया था। पुलिस को दी शिकायत में उसने बताया था कि उसे एक निजी कंपनी की तरफ से काल आई, जिसमें उसे पेशकश की गई कि अपनी जमीन पर कंपनी का मोबाइल फोन टावर लगाने पर 25 लाख रुपये दिया जाएगा। शिकायतकर्ता के अनुसार फोन करने वाले अज्ञात लोगों ने खुद को कंपनी का कर्मचारी बताया और वह उनकी बातों में आ गया। उन्होंने पुलिस को बताया कि कंपनी के कर्मचारी होने का दावा करने वाले अलग-अलग व्यक्ति लगातार उसे फोन करते रहे और उन्होंने टावर लगाने की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए आवश्यक दस्तावेज मांगे।
दस्तावेज भेजने के बाद आरोपितों ने बताया कि उसके सभी दस्तावेज ठीक हैं। टावर लगाने की रजिस्ट्रेशन फीस उनके खाते में जमा करवा दें। इसके बाद आरोपियों ने टैक्स, जीएसटी, बीमा व अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए रुपये जमा करवाने को कहा। इस पूरी प्रक्रिया में वह करीब 12 लाख रुपये आरोपियों के खाते में जमा करवा चुका है, लेकिन फिर भी मोबाइल फोन टावर नहीं लगा। इसके बाद आरोपितों के मोबाइल नंबर भी स्विच आफ हो गए। पीडि़त की शिकायत पर शिमला की सदर थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
जिसके बाद शिमला सदर थाना के एएसआइ प्रकाश चंद ने साइबर सेल के हेड कांसटेबल संजय कुमार के साथ मिलकर मामले की छानबीन की और ढाई माह की छानबीन के बाद आरोपित को गिरफ्त में लिया। पुलिस अब ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपित के अन्य साथियों की धरपकड़ की कोशिश कर रही है।