शिमला|
पुलिस भर्ती पेपर लीक होने के बाद कांग्रेस लगातार भाजपा सरकार पर हमलावर हो गई है। पुलिस के ही जांच करने पर सवाल खड़ा किया जा रहा है। कांग्रेस ने डीजीपी संजय कुंडू को पद से हटाकर इस मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। वहीं, जेओए पेपर भी रद्द करने की मांग की गई।
बता दें कि पुलिस भर्ती पेपर लीक से जहां प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवाओं की उम्मीदों पर पानी फिर गया हैं वहीं विपक्ष को चुनावी वर्ष में बड़ा मुद्दा मिल गया है। कांग्रेस ने मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी पर सवाल खड़े किए हैं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने शिमला में कहा कि हिमाचल में पेपर माफिया सक्रिय है। जेओए के बाद पुलिस भर्ती पेपर लीक हुआ। उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती पेपर लीक से प्रदेश की साख हुई धूमिल है। पेपर को लाखों में बेचा गया, इसमें करोड़ों का लेनदेन किया गया। पुलिस भर्ती का पेपर भी पुलिस विभाग ने तैयार किया। पेपर भी पुलिस विभाग ने ही लिया और जब पेपर लीक हो गया तो इसकी जांच भी पुलिस कर रही है। ऐसे में निष्पक्ष जांच होना नामुमकिन है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने कहा कि डीजीपी इस मामले को गम्भीरता से नहीं ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार डीजीपी को बर्खास्त कर मामले की सीबीआई या न्यायिक जांच करवाए।
उन्होंने कहा कि महंगाई चरम पर है लोग महंगाई से त्रस्त हैं, लेकिन बीजेपी की मोदी सरकार पिछले आठ सालों से कांग्रेस को कोसने में लगी है। सरकार अपनी कारगुजारी को जनता को बताने के बजाए विपक्ष से सवाल कर रही है। जनता को गुमराह करने का प्रयास हो रहा है। प्रदेश की जनता बुद्धिजीवी है और वह चुनावों में बीजेपी को सत्ता से बाहर करेगी।