शिमला|
राजधानी शिमला के संजौली क्षेत्र में करीब चार माह के भीतर सात चोरियों को अंजाम देने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।पकड़ा गया 21 वर्षीय आरोपित आयूष शिमला जिला के सेब बाहुल क्षेत्र कोटखाई के टाऊ क्षेत्र का रहने वाला है। संजौली इलाके में चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले इस आरोपित युवक से पुलिस चार दिन से पूछताछ कर रही है। पूछताछ के दौरान आरोपित ने चौंकाने वाले खुलासे किये हैं।
आरोपित ने बताया कि उसने संजौली क्षेत्र में चार से पांच माह के भीतर सात चोरियां की थीं। सातों चोरियों में 19 लाख रुपये की कीमत के गहने गहने व नकदी चुराई थी। सभी गहने उसने संजौली में एक ज्वेलर को बेचे हैं। इसमें नौ लाख के गहनों की रिकवरी हो चुकी है।
पुलिस पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह चिट्टे का सेवन करता है। आरोपित ने बताया कि वह नशे के लिए चोरी करता था। पहली चोरी भी उसने नशे के लिए ही की थी। आरोपित चोरी के लिए रात के अंधेरे का इंतजार नहीं करता था। वह ज्यादातर चोरियां दिन के समय ही करता था। वह ऐसे घरों की पहचान करता था जहां पर कोई नहीं रहता था।
आरोपित काफी समय से संजौली इलाके में ही रहता था इसलिए इसे यहां के बारे में सारी जानकारी थी। घरों की रेकी करने के बाद यह दिन के समय ही चोरी की घटना को अंजाम देता था। चोरी के लिए जब वह जाता था तो हुड पहन कर अपने सिर को ढक लेता था ताकि सीसीटीवी कैमरे की नजर में यदि आ भी जाए तो पहचान न हो सके।
बार बार चोरी की शिकायतें मिलने के बाद पुलिस भी चोरों से परेशान हो चुकी थी। पुलिस अंदेशा जता रही थी कि इन चोरी की घटनाओं के पीछे कोई बड़े शातिर हैं जिनका संबंध बाहरी राज्यों से है लेकिन
जब पुलिस ने मुस्तैदी से जाँच की तो आरोपित को सीसीटीवी कैमरे की मदद से दबोच लिया गया। पुलिस को शक हुआ कि आरोपित शिमला में ही किसी ज्वेलर को गहने बेचता था। तब शहर में कई बड़े ज्वेलरों से पूछताछ की गई। इसके बाद संजौली में ज्वेलरों की दुकानों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को देखा गया। ज्वेलर से हुई पूछताछ में उसने बताया कि युवक कई बार यहां पर गहने बेच चुका है।
पुलिस ने जब आरोपित को पकड़ा तो वह कुछ भी बताने को तैयार नहीं हुआ, लेकिन इसने गहने बेचने के लिए पहचान के तौर पर अपने आधार कार्ड की कापी ज्वेलर को बतौर साक्ष्य दे रखी थी जिसके बाद वह पकड़ में आया। फ़िलहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही है।