राजधानी शिमला के डाउनडेल में दीवाली की रात संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हुए पांच वर्षीय बच्चे का अभी तक कोई शुराग नही लगा है| अभी तक यही आशंका है कि कोई जंगली जानवर बच्चे को उठा ले गया है। हालांकि इसका कोई प्रमाण अब तक पुलिस, वन विभाग और त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) को नहीं मिला है। हालांकि पुलिस हर प्रकार से मामले की जाँच कर रही है| फोरन्सिक टीमे मौके साक्ष्य जूता रही है|
बता दें कि घटना राजधानी शिमला के सदर थाना के तहत डाउनडेल बस्ती में वीरवार रात साढ़े आठ बजे के करीब की है। इसके बाद लोगों ने भी खुद बच्चे की तलाश की। पुलिस के मुताबिक सूचना मिलने के बाद 50 से ज्यादा लोग जंगल में बच्चे को ढूंढने पहुंच गए। घर से 100 मीटर दूर बच्चे की पैंट मिली है। इसमें न ही खून के दाग हैं और न ही कहीं से फटी हुई है। टीम को जंगल में शुक्रवार दोपहर के बाद खून के धब्बे तो मिले, लेेकिन साफ तौर पर नहीं कहा जा सकता है कि बच्चे को कौन ले गया।
पुलिस के अनुसार वीरवार रात कोडी मोहल्ला डाउनडेल में घर के बाहर बच्चा योगराज खेल रहा था। उसके साथ एक और बच्चा भी था। इसी दौरान योगराज रहस्यमयी परिस्थितियों में गायब हो गया। उसके साथ खेलने वाले बच्चे ने जब उसके माता-पिता को बताया कि योगराज को कोई उठाकर ले गया है तो वे पड़ोसियों के साथ बच्चे को जंगल में तलाशने लगे। कुछ समय बाद बच्चे की मां को उसकी पैंट मिली।
वन्य प्राणी विंग के डीएफओ एन रविशंकर ने बताया है कि टीमें अधिकारी व कर्मचारी वीरवार रात और शुक्रवार को बच्चे को तलाशते रहे। अब तक न तो किसी जानवर के होने के प्रमाण मिले हैं, न ही बच्चे का पता चला है।
डीएसपी शिमला कमल वर्मा ने बताया कि साथ खेल रहे दूसरे बच्चे ने जानवर की बात कही है। पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है| अभी तक मामले में कोई सटीक सबूत नही मिल पाया है जिससे बच्चे का कही सुराग पता लग सके| पुलिस टीमें जाँच में जुटी है|