शिमला|
शिमला के भराड़ी वार्ड में क्लस्टन में सामुदायिक भवन के उद्घाटन से पहले ही विवाद खड़ा हो गया है,जहाँ एक ओर भाजपा के पूर्व पार्षद ने नगर निगम द्वारा सामुदायिक भवन के बिना नक्शे पास किए ओर अधूरे कार्य के ही भवन का उद्घाटन करने के आरोप लगाए है ओर जांच की मांग की है वहीँ अब 24 फरवरी को सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री आंनद शर्मा द्वारा किए जाने वाले उद्घाटन पर जिला प्रशासन द्वारा रोक लगाने पर कांग्रेस भड़क गई है।
कांग्रेस ने इसके खिलाफ शिमला के रिज मैदान पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष मौन प्रदर्शन किया और सरकार पर राजनीतिक षडयंत्र के तहत उद्घाटन पर रोक लगाने के आरोप लगाए हैं। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता डीसी आफिस पहुंचे। डीसी के कार्यालय में मौजूद न होने से कार्यकर्ता भड़क गए। कार्यकर्ताओं ने डीसी कार्यलय में बैठ कर धरना शुरू कर दिया। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन को 24 फरवरी को उद्धघाटन करवाने को कहा है,उनका कहना है कि यदि सामुदायिक भवन का उद्घाटन नहीं किया जाता है तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेगी।
शिमला शहरी कांग्रेस के अध्यक्ष जिंतेंद्र चौधरी ने कहा सांसद आनंद शर्मा द्वारा 24 फरवरी को क्लस्टन में सामुदायिक भवन ओर मशोबरा में ओल्ड एज होम का उद्घाटन किया जाना था। इसकी सूचना पहले ही दे दी गई थी। लेकिन दो दिन पहले जिला प्रशासन द्वारा इस पर रोक लगा दी गई है, जबकि ये भवन पूरी तरह से बन कर तैयार है। जिंतेंद्र चौधरी ने कहा यह सरकार द्वारा सोची समझी साजिश के तहत उद्घाटन पर रोक लगाई गई है। भाजपा सरकार विकास कार्यों में इस तरह से रोड़ा डालने का काम कर रही है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दशत नहीं किया जाएगा।
बता दें वर्ष 2007 में आनंद शर्मा ने केन्द्रीय मंत्री रहते हुए क्लस्टन में सामुदायिक भवन के लिए राशि स्वीकृत की थी। वही भाजपा के पूर्व पार्षद संजीव सूद ने शिमला में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहा था कि इसके उद्घाटन को लेकर जब आरटीआई मांगी गई तो उसमें कई खुलासे हुए है इस भवन का नक्शा तक पास नही किया गया और भवन को बनाने के लिए काफी पेड़ काटे गए और मंजूरी तक नही ली गई। इसके अलावा अभी भवन में न तो बिजली का मीटर ओर न ही इस भवन का कार्य पूरा हुआ है। फायर सेफ्टी के उपकरण तक नही लगाए गए है। ऐसे में लोगो की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।नगर निगम द्वारा नियमो को ताक पर रख कर इस भवन का निर्माण किया गया है।यदि इसमें कोई हादसा होता है तो इसकी जिम्मेवारी सरकार लेगी क्या? इस भवन को बनाने में एक करोड़ खर्च दिए है जबकि इतनी राशि इस पर खर्च नही हुई है।
उधर डीसी शिमला द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि क्लस्टन में जो समुदायिक भवन बना है। इसका काम पूरा हो गया है, लेकिन इसका नक्शा पास होने की अभी औपचारिकता पूरी की जानी है। यह नगर निगम शिमला के पास पेंडिंग है। वहीं, ओल्ड एज होम जो मशोबरा में बनना है। उसमें कुछ काम अभी बचा हुआ है। इसमें ट्रांसफार्मर लगाने से लेकर कुछ अन्य काम बचा हुआ है। इसे पूरा किया जाना है और कुछ औपचारिकताएं नगर निगम शिमला के मार्फत भी पूरी होनी हैं। इसलिए इनके उद्घाटन को कुछ समय के लिए टाल दिया जाए। जब इसका पूरी औपचारिकताएं कर ली जाएं, इसी के बाद इसका उद्घाटन किया जाए।