शिमला।
हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) द्वारा आय में बढ़ौतरी के लिए लागू की लगेज पॉलिसी (HRTC Luggage Policy) को फेल करने के कथित षड्यंत्र मामले में दो बर्खास्त परिचालक (Dismised Conductors) सीएम व डिप्टी सीएम के समक्ष अपना पक्ष रखेंगे। रिकांगपिओ यूनिट के बर्खास्त रवि कुमार व सुनील कुमार परिचालकों ने आज मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि उनकी कोई ऐसी मंशा नहीं थी कि वह सरकार की इस पॉलिसी का विरोध करें उन्होंने कहा कि हमें बिना जांच पड़ताल के ही बर्खास्त कर दिया गया है। अनुबंध पर सेवाएं दे रहे परिचालक परिवहन सेवा आचरण नियम (कंडक्ट रूल), अनुबंध सेवा नियम और निगम की सोशल मीडिया (Social Media) पॉलिसी के उल्लंघन के दोषी पाए जाने पर दोनों परिचालकों को प्रबंधन द्वारा बर्खास्त किया गया है।
HRTC से बर्खास्त परिचालक सुनील कुमार ने कहा कि निगम प्रबंधन द्वारा कुछ समय पहले नई लगेज पॉलिसी लागू की गई थी। इस नई लगेज पॉलिसी को फेल करने के षड्यंत्र रचने का आरोप हम दो परिचालकों पर लगाते हुए हमें दोषी ठहराया गया व बर्खास्त किया गया। उन्होंने कहा कि मजबूरन आरोपों के चलते हमें आज मीडिया के समक्ष आना पड़ा है। HRTC की लागू हुई नई लगेज पॉलिसी को लेकर काफी बवाल मचा था और कई ऐसे मामले सामने आए थे जिनसे निगम की छवि खराब हो रही थी।
उन्होंने कहा कि हम भी इस विषय को लेकर अपने छोटे से व्हट्सएप ग्रुप (Whatsapp Group) पर केवल चर्चा कर रहे थे न कि किसी सार्वजनिक प्लेटफार्म पर बात कर रहे थे जिससे की जनता के बीच गलत संदेश जाए। हम केवल अपनी बातें ग्रुप में अपने कर्मचारी साथियों (परिवार) के बीच ही रख रहे थे। चर्चा की कुछ फोटोस को आधार बनाकर प्रबंधन के समक्ष रखा गया और हमें बिना जांच पड़ताल के ही बर्खास्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह किसी भी विभाग के इतिहास में होने वाला पहला ऐसा टर्मिनेशन होगा जिसमें तमाम कर्मचारी यूनियन गलत को गलत कहने से डर रही है और चुप्पी साधे बैठी है।