प्रजासत्ता।
जिला सिरमौर के पांवटा साहिब के तहत एक नवजात बच्ची को गोबर के ढेर में फैंकने के मामले को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर सुलझा लिया है। ये पता लगा लिया है कि बच्ची को जन्म देने वाली युवती कौन है। दरअसल नाबालिग लड़की से उसके ही बहनोई ने 8-9 महीने पहले दुराचार किया था। इसके बाद किशोरी गर्भवती हो गई। मामला पुलिस तक नहीं पहुंचा था। अगर लड़की का परिवार लोकलाज के भय से जन्म के तुरंत बाद नवजात को गोबर के ढेर में नहीं फैंकता तो एक आरोपी आसानी से बच जाता। इस समय नवजात की मां बालिग हो चुकी है लेकिन उम्र को लेकर उस तारीख को आधार बनाया जाएगा, जिस दिन किशोरी से दुराचार हुआ था।
गोबर के ढेर में मिली नवजात बच्ची की मां की हुई पहचान, जीजा की करतूत का हुआ खुलासा
