प्रजासत्ता न्यूज। नाहन
ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट का था केस अदालत में मामले की पैरवी उप जिला न्यायवादी एकलव्य ने की उन्होंने बताया कि मामला 4 सितंबर 2010 का है। पांवटा के गोंदपुर में मैसर्ज पाठक क्लीनिक चलाने वाले विश्वजीत पाठक की दुकान पर तत्कालीन ड्रग निरीक्षक निशांत सरीन ने छापेमारी की। इसके बाद ड्रग निरीक्षक सन्नी कौशल ने इस मामले की गहन तफ्तीश की और फाइल अदालत में पेश की।
नशीली दवाईयां बेचने के जुर्म में आरोपी को 5 साल की सज़ा, 1 लाख 20 हज़ार लगाया जुर्माना
