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परवाणू में बढ़ती अवैध झुग्गी झोंपड़ियों को लेकर युवा समाजसेवी ने सीएम को लिखा पत्र

प्रदेश मुख्यमंत्री की मेल आईडी पर लिखा पत्र – झुग्गी पर पेड़ गिरने के कारण मुख्यमंत्री व
-बीते दिनों ज़मींन खाली करवाने गई हिमुडा की टीम पर पत्थर डंडों से किया गया था हमला : गिरीश शर्मा – अधिशासी अभियंता (हिमुडा)

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बंसी बाबा । परवाणू
हिमाचल प्रदेश के प्रवेश द्वारा परवाणू में इन दिनों अनगिनत मुद्दे चर्चा का केंद्र बने हुए है । ऐसा ही एक मुद्दा युवा समाजसेवी व गौरक्षक सोहन राजपूत ने परवाणू शहर व साथ लगते टकसाल पंचायत क्षेत्र में आये दिन बढ़ रही अवैध झुंगी झोंपड़ियों की तादात को लेकर प्रदेश मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु के समक्ष उठाया है । युवा समाजसेवी सोहन राजपूत ने मुख्यमंत्री को मेल लिख कर बताया की औद्योगिक क्षेत्र परवाणू में बहुत सारी अवैध झुग्गी झोंपड़ियां है, जिसमें केवल प्रवासी लोग रहते है । राजपूत ने लिखा की परवाणू में जितनी भी झुग्गी झोंपड़ियां है वह या तो अवैध तरीके से सरकारी ज़मीन पर बनी है, जिन मैं से अधिकतर भूमि हिमुडा की है और या फिर परवाणू की निजी भूमी पर बनाई गई है । परवाणू की निजी भूमियों पर बनवाई गई झुग्गी झोंपड़ियों से भूमि के मालिक 500 से 1000 तक किराया वसूलते हैं और स्थानीय प्रशासन को इन सब बातों की पूरी जानकारी भी है । स्थानीय प्रशासन को यह पता है की यह सभी झुग्गी झोंपड़ियां अवैध हैं परन्तु फिर भी आज दिन तक कोई उचित कार्यवाहीं नहीं हो पाई ।

सोहन राजपूत ने मेल के माध्यम से मुख्यमंत्री को लिखा की दिनांक 30 जनवरी 2023 को परवाणू के टकसाल में एक झुग्गी पर बड़ा पेड़ गिर जाने से लगभग पांच लोग घायल हो गए जिन में से एक तीन वर्षीय बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया । बच्चे की हालत इतनी खराब थी की उसका बच पाना बहुत मुश्किल था, इस दौरान परवाणू ईएसआई अस्पताल के डॉक्टर ने बच्चे को बिना देरी के तुरंत चंगीगढ़ 32 रेफर कर दिया । इस हादसे में गनीमत रही की कोई जान हानि नहीं हुई और वह अबोध बच्चा भी अब ठीक बताया जा रहा है । समाजसेवी सोहन राजपूत ने लिखा की अगर वह भूमि सरकारी ज़मींन पर अवैध बनाई गई है तो सरकार इन घायलों को सहायता राशि क्यों दे और यदि यह झुग्गी किसी की निजी ज़मींन पर बनाई गई है तो इसका जिम्मेदार भूमि मालिक को माना जाए । सोहन राजपूत ने लिखा की भूमि सरकारी हो या फिर निजी उस पर कार्यवाही होना आवश्यक है अन्यथा परवाणू क्षेत्र जल्द ही एक स्लम क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा जो की हिमाचल व प्रवेश द्वार परवाणू की छवि को पूरी तरह धूमिल करेगा |

सोहन राजपूत से पूछे जाने पर उन्होंने बताया की यदि हिमाचल का व्यक्ति 10500/- की तन्खा पर काम करता है, तो वह किराये पर मकान लेकर अपना पेट काटकर 3500/- किराया देने की हिम्मत रखता है और ऐसा ही बाहरी प्रवासी भी इतनी ही तन्ख़व लेता है मगर जहां जगह मिले वहां झुग्गी बना कर रहता है । सोहन राजपूत ने बताया की शहर में झुग्गी डालने की कोई स्वीकृति नहीं होनी चाहिए और यदि कोई डालता है या कोई डलवाता भी है दो दोनों पर कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए । सोहन राजपूत ने कहा की प्रदेश का प्रवेश द्वार परवाणू क्षेत्र तो ऐसा होना चाहिए जिस से कोई बाहर से आये और परवाणू को देखे तो हिमाचल की सुन्दर छवि उसके मन मस्तिष्क में बने, परन्तु परवाणू को कई वर्षों से अनदेखा किया जा रहा है जिस कारण आज परवाणू व यहां की जनता वर्षों से बहुत ही बुरी स्थिति में है । विकास के नाम पर पारवणू व साथ लगती टकसाल पंचायत सबसे अधिक पिछड़ा हुआ है । सोहन राजपूत ने निवेदन किया कि परवाणू को विकास की दृष्टि से प्राथमिकता पर रखें व प्रवेश द्वार को स्मार्ट सिटी बनाएं |

हिमुडा अधिशासी अभियंता गिरिश शर्मा ने अवैध झुगियां बनाये जाने पर कहा की परवाणू में जितनी भी झुगियां बनाई गई हैं वह लगभग सभी हिमुडा की ज़मीन पर है और जो काली मिटटी के पास है वह ज़मीन भी हिमुडा की है | गिरिश शर्मा ने कहा की हमने कई बार उक्त ज़मींन को खाली करवाने की कोशिश की परन्तु वहां भारी संख्या में लोग एकत्रित हो गए और हमें डराया धमकाया गया । एक बार तो हमारे ऊपर पथर और डंडों से हमला तक किया गया । गिरीश शर्मा ने कहा की इन सभी ज़मीनों को खाली करवाने में सरकार व एडमिनिस्ट्रेशन की सहायता चाहिए तभी यह ज़मीनें खाली हो सकती है । हिमुडा अधिशासी अभियंता गिरीश शर्मा ने कहा सरकार व एडमिनिस्ट्रेशन हमारे साथ आये ताकि यह भूमि खाली हो और इन ज़मीनों पर विकासात्मक कार्य शुरू किये जा सकें ।

Tek Raj

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