अमित ठाकुर।परवाणू
-परवाणू में गरीबों के लिए बनाये 192 मकानों में से 133 मकान जिन्हे किराये पर देने या बेचने के आदेश 2019 में जारी किये गए थे। परन्तु पिछले 2 वर्षों में नगर परिषद् परवाणू द्वारा न तो उन्हें बेचा गया है न ही किराये पर दिया गया गया है। इनमे प्रथम चरण में 36 व् दूसरे चरण में 23 कुल 59 पात्रों को आबंटित किये गए उसके बाद नप को कोई पात्र इन मकानों के लिए नहीं मिला।
आर.टी.आई. द्वारा प्राप्त सुचना के आधार पर खाली पड़े मकानों के लिए वर्ष 2018 में 15 नवंबर 2018 को नगर परिषद् द्वारा पत्राचार के माध्यम से निर्देशक शहरी विकास से मकानों को बेचने या किराये पर देने की मांग की गयी थी। क्यूंकि मकानों के लिए उचित पात्र नगर परिषद को नहीं मिल रहे थे तथा इसी प्रकार नालागढ़ 74 व् सोलन में 48 माकन उचित पात्र न मिलने से मकान खाली पड़े थे। नप परवाणू द्वारा किये गए पत्राचार के 10 महीने बाद 1 अगस्त 2019 को निर्देशक शहरी विकास की अध्यक्षयता में सभी कार्यकारी अधिकारीयों की बैठक की गयी। बैठक में नप द्वारा एक बार फिर सूचना जारी कर लाभार्थियों की तलाश करने व् न मिलने पर 30 दिन में इन्हे बेचने के निर्देश जारी किये। परन्तु निर्देशक शहरी विकास द्वारा निर्देशित करने के 2 वर्ष बाद भी नप द्वारा इस पर कोई कार्यवाही अमल में नहीं लायी गयी।
इस बारे में बात करने पर नगर परिषद परवाणू के कार्यकारी अधिकारी ललित कुमार ने बताया की सरकार व् पार्षदों में इस पर अभी तक कोई सहमति नहीं हुई है ! उन्होंने कहा की पिछले पत्राचार की जानकारी मुझे नहीं है यदि कोई निर्देश जारी किये गए हैं तो उस बारे में जानकारी प्राप्त कर उस पर कार्य किया जायेगा !