प्रजासत्ता ब्यूरो।
अर्की विधानसभा चुनाव का चुनाव हर लिहाज से दिलचस्प बनता जा रहा है। क्योंकि यहां अब मुख्य लड़ाई कांग्रेस के संजय अवस्थी और आज़ाद प्रत्याशी राजेंद्र ठाकुर में है। दिलचस्प बात यह है कि मौजूदा सरकार भाजपा के प्रत्याशी यहां इस बार के मुकाबले में तीसरे स्थान पर चल रहे है। मौजूदा हालातों को देखते हुए चुनाव में कांग्रेस और आज़ाद प्रत्याशी के बीच कांटे की टक्कर चल रही है। दोनों प्रत्याशियों के बीच हार जीत का अंतर इस बात पर निर्भर करता है, कि भाजपा मौजूदा हालातों से लड़कर अपना वोट शेयर कितना बढ़ा पाती है।
हालांकि शुरुवात में भाजपा इस मुकाबले में काफी कमजोर नज़र आ रही थी लेकिन केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह की अर्की में रैली और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की जयनगर में रैली से भाजपा का वोट शेयर में काफी इज़ाफा हुआ है, लेकिन कहीं न कहीं अभी भी भाजपा इस मुकाबले में पिछड़ती नज़र आ रही है।
वहीं कांग्रेस छोड़कर आज़ाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे राजेंद्र ठाकुर को मिल रहे जनसमर्थन ने इस बार मामले रोचक बना दिया है। क्योंकि मौजूदा विधायक और कांग्रेस के प्रत्याशी संजय अवस्थी हैं, और राजेंद्र ठाकुर कहीं न कहीं कांग्रेस और भाजपा दोनों के वोट में सेंध लगा रहे हैं, जिससे मुकाबला दिलचस्प हो गया है। फिलहाल इस चुनाव में भाजपा की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही है, लेकिन जितना भाजपा प्रत्याशी का वोट शेयर बढ़ेगा, कांग्रेस और आज़ाद प्रत्याशी में उतना हार-जीत का मार्जन बढ़ेगा। अर्की से अन्य दलों और आज़ाद प्रत्याशी भी मैदान में है, लेकिन बड़ी बात यह है कि वह अपनी जमानत भी बचा पाए तो बड़ी बात होगी।
विधानसभा चुनाव के बाद हिमाचल प्रदेश में सरकार चाहे किसी की भी बने, पर हॉट बन चुकीं अर्की विधानसभा के नतीजों पर सभी की नजर टिकी हुई हैं। क्योंकि अर्की का इतिहास रहा है कि जिस पार्टी का विधायक यहां चुनाव जीतता है। प्रदेश में उसकी सरकार नहीं बनती, और विधायक बनने के बाद आज़ाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने वाले पूर्व विधायक धर्मपाल ठाकुर को भी लोगों ने नकार दिया था। हालांकि राजेंद्र ठाकुर को मिला रहे जनसमर्थन ने इस बार मुकाबला रोचक बना कर रख दिया है।