कसौली|
हिमाचल प्रदेश में भले ही सत्ता परिवर्तन हुए तीन माह का समय हो चुका हो। लेकिन अभी भी कुछ सरकारी विभाग पूर्व सरकार का गुणगान करने से परहेज नहीं करते दिख रहे है। ऐसा ही नजारा सोलन ज़िला की ग्राम पंचायत कोट बेजा में देखने को मिला है। दरअसल कोट बेजा पंचायत कार्यालय में शुक्रवार को कृषि प्रौद्योगिकी विभाग (आतमा) सोलन के सौजन्य से प्राकृतिक खेती पर दो दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजित किया जा रहा है।
शिविर में तक़रीबन 40 के करीब लोग पहुंचे हुए थे। इस दौरान जब लोगों को प्राकृतिक खेती के संबंध में जानकारी देने के लिए पर्चे बंटे गए तो उस पर पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर,और पूर्व कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर के फोटो लगे हुए थे। जब शिविर में बैठे लोगों ने इसे पढ़ा तो उपस्थित लोग एक दूसरे की बगले झांकने लगे। जब शिविर में उपस्थित एक दो लोगो ने इस पर सवाल पूछने शुरू किये तो आनन फानन में मामला शांत करवा दिया गया। हैरत की बात है कि ये सारा मामला पंचायत प्रधान,व सदस्यो के सामने हुआ।
वहीँ इस मामले को लेकर जब कृषि प्रौद्योगिकी विभाग की ओर शिविर आयोजित करने वाले टेक्नीकल मैंनेजर संजय चौधरी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कोटबेजा पंचायत में प्राकृतिक खेती पर जागरूकता के लिए दो दिवसीय शिविर आयोजित किया जा रहा है। जिसमे 40 के करीब लोगों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में जो भी पर्चे बांटे गए, वह विभाग के पास पुराने पड़े हुए थे जो केवल जानकारी देने के उदेश्य से दिए गए थे। अभी उन्हें विभाग की तरफ से नए पोस्टर और बैनर प्राप्त नहीं हुए है। अगर विभाग इसे उपलब्ध करवाता है तो वह उन्हें बाँट देंगे।
हालांकि क्षेत्र में यह पहला मामला आया है ऐसे में कई सवाल उठते है कि क्या विभाग शिविर आयोजित करने से पूर्व प्रचार प्रसार की सामग्री चेक नहीं करता। जब शिविर में फोटोस्टेट किये गए पर्चे ही बाँटने थे तो क्यों नए पोस्टर बना कर उन्हें ही प्रिंट नहीं किया गया। जिस तरह से अधिकारी और कर्मचारी पूर्व सरकार के पर्चे बाँट रहे है, उससे प्रदेश की नै सरकार की छवि लोगों के बीच में धूमिल होगी। या फिर इस तरह का शिविर का आयोजन मात्र एक औपचरिकता थी।
बहरहाल कुछ भी हो क्षेत्र में आयोजित प्राकृतिक खेती के शिविर में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम,ठाकुर,पूर्व मंत्री विरेन्दर कंवर के समय की प्रचार प्रसार की सामग्री वितरित करना पुरे विभाग को कटखडे मे खडा करता है वही इस घटना क्रमके बाद इलाके में कृषि प्रौद्योगिकी विभाग और सरकार की फजीहत हो रही है।