नालागढ़|
नालागढ़ में बावा हरदीप और लखविंद्र राणा में जबरदस्त गुटबाजी चल रही। जिसके चलते मंगलवार को नालागढ़ में प्रस्तावित कांग्रेस की युवा रोजगार यात्रा और जनसभा दोनों को ही रद्द करना पड़ा है। बता दें कि कांग्रेस की युवा रोजगार संकल्प यात्रा के समन्वयक की जिम्मदारी शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह को सौंपी गई थी। वह नालागढ़ पहुंचे भी थे, लेकिन उन्हें यात्रा और जनसभा किए बिना ही लौटना पड़ा है। हालांकि, विक्रमादित्य ने इंटक के प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रदेश कांग्रेस महासचिव हरदीप बावा के घर पर गुपचुप तरीके से बैठक की। इसमें स्थानीय विधायक लखविंद्र राणा को भी नहीं बुलाया गया था।
वीरभद्र सिंह का करीबी माने जाने वे बावा हरदीप मूल रूप से परवाणू के रहने वाले हैं लेकिन विधानसभा चुनाव में टिकट की आस में लंबे समय से नालागढ़ विधानसभा में सक्रिय हैं। यही बात राणा और उनके समर्थकों को मंजूर नहीं है। राणा गुट ने बावा को पार्टी से निकालने के लिए एक प्रस्ताव भी कांग्रेस हाईकमान को भी भेजा था। आरोप लगाया था कि बावा विधायक के विरोध में क्षेत्र में प्रचार कर रहे हैं। वह पार्टी से टिकट लेने के लिए ऐसा कर रहे हैं। राणा के समर्थकों ने कहा था कि वह बाहर से आए लोगों को यहां पर राजनीति नहीं करने देंगे।
उधर, विधायक लखविंद्र सिंह राणा ने कहा कि बावा हरदीप के घर पर बैठक करना उन्हें कमजोर करने की साजिश है। ऐसा पहले भी होता आया है। उन्होंने कहा कि यात्रा से पहले पार्टी के पदाधिकारियों को अवगत कराया था। पूछा गया था कि पहले फैसला कर लें कि नालागढ़ से किसे चुनाव लड़वाना है। ऐसा इसलिए कहा था ताकि यात्रा के दौरान यहां पर भी सिरमौर जैसी स्थिति पैदा न हो।