सोलन।
बुधवार को शूलिनी ऑटो रिक्शा ऑपरेटर यूनियन के कार्यकारिणी की बैठक प्रधान धर्मपाल ठाकुर की अध्यक्षता में हुई। जिसमें जयराम ठाकुर सरकार द्वारा पिछले दिनों ऑटो रिक्शा के वार्षिक टैक्स में भारी वृद्धि का विरोध किया गया और सरकार से मांग की गई कि इस वृद्धि को तुरंत प्रभाव से वापिस लिया जाए। यूनियन के सभी सदस्यों ने इस बात पर चर्चा की कि पिछले दिनों जारी की गई अधिसूचना से जानकारी मिली है कि सरकार ने ऑटो रिक्शा के टैक्स की राशि जो पहले 363 रुपए थी उसे अब बढ़ाकर सीधा 2000 रुपए कर दी है । जोकि किसी भी रूप में न्यायसंगत नहीं कही जा सकती है।
सरकार ने यह वृद्धि ऐसे समय में की है जब कोरोना काल के बाद ऑटो रिक्शा चालक भारी अर्थिक तंगी में चल रहे हैं। साथ ही महंगाई भी अपने पूरे चरम पर है। ऑटो रिक्शा के सपेयरपार्ट्स काफी महंगे हो गए हैं। पेट्रोल डीजल के निरंतर बढ़ते जा रहे दामों से पूरे देश मे हाहाकार मचा हुआ है। ऑटो रिक्शा की इंसोरेंस में भी हजारों गुणा वृद्धि जबरन सरकार ने कर दी है। ऑटो रिक्शा की पासिंग फीस में भी 300 गुणा कर दिया है। ऊपर से वर्तमान सरकार ने जो जुर्माने की नई पॉलिसी बनाई है उसमें भारीभरकम चालान का बोझ भी बढ़ रहा है।
ऐसे में ऑटो रिक्शा चालकों को बैंकों की किस्तें चुकानी भी मुश्किल हो गई है। ऑटो रिक्शा में सफर करने वाली सवारियों की संख्या में कोरोना संक्रमण को लेकर भी भय व्याप्त है। उपरोक्त सारी बातों का असर ऑटो रिक्शा चालकों की कमाई पर पड़ा है।
इन परिस्थितियों के बीच ऑटो रिक्शा ऑपरेटरों पर 2000 रुपए का अतिरिक्त बोझ डाल दिया जाना इस वर्ग के साथ घोर अन्याय करना है।
यूनियन ने जयराम ठाकुर सरकार से मांग की है कि इस टैक्स वृद्धि को तुरंत वापिस लिया जाए। इस बैठक में महासचिव वेद प्रकाश वरिष्ठ उपप्रधान बिशन सिंह उपप्रधान संजय कुमार, कोषाध्यक्ष दिनेश कुमार शर्मा, अतिरिक्त सचिव राजिंदर कश्यप, कार्यालय व प्रेस सचिव भूपेंद्र मुख्यसलाहकर मनोरंजन सेठी, संयुक्त सचिव हीरा सिंह, पूर्व प्रधानों में रामसिंह, रविगुप्ता, जय दत्त शर्मा दिनेश दत्त शर्मा, रामनरेश गुप्ता, अमित ठाकुर सहित अन्य प्रमुख सदस्य मौजूद रहे।