प्रजासत्ता|
मानव भारती विश्वविद्यालय में फर्जी डिग्री मामले में एसआईटी की जांच चली हुई है जिसमें कई अहम खुलासे होते जा रहे हैं|जांच में यह पता चला है की फर्जी डिग्रियों का यह जाल देश में बुरी तरह फैला हुआ है| मामले की तफ्तीश में जुटी विशेष जांच टीम (एसआईटी) को बड़ी सफलता हाथ लगी है।
जानकारी मिली है कि टीम ने फर्जी डिग्री रैकेट का दिल्ली में संचालन करने वाले मुख्य एजेंट अजय कुमार को दिल्ली में गिरफ्तार किया है। मूल रूप से बिहार के पटना के रहने वाले अजय की तलाश में लंबे समय से एसआईटी की एक टीम दिल्ली में डेरा डाले हुए थी। आखिरकार उसको दबोचने में सफलता मिल ही गई| बताया जा रहा है कि यह छोटे एजेंटों के जरिये दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के अलावा बिहार में फर्जी डिग्री बेचने का गोरखधंधा चलाता था।
गौर हो कि जिस तरह जम्मू से गिरफ्तार एजेंट मनु जम्वाल पूरे जम्मू-कश्मीर के एजेंटों के ग्रुप को संचालित करता था, उसी तरह अजय दिल्ली में मुख्य एजेंट था। एजेंट के गिरफ्त में आने के बाद अब पुलिस उसके कई ठिकानों पर दबिश देकर फर्जी डिग्रियां बरामद करने में जुटी है।
बता दें कि फर्जी डिग्री मामले में एसआईटी अब तक विश्वविद्यालय के मालिक राज कुमार राणा समेत 9 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। मानव भारती विश्वविद्यालय का फर्जी डिग्रियों का मामला पहली बार तब सामने आया था जब हरियाणा की एक महिला ने इसके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाया था| बताया जाता है कि डिग्रियां कोरियर के माध्यम से छात्रों तक भेजी जाती थी और यह डिग्रियां सोलन जिला से नहीं बल्कि के अलग-अलग राज्यों से कुरियर की जाती थी। मानव भारती विश्वविद्यालय के तार माधव विद्यालय राजस्थान से भी जुड़े हुए हैं। पुलिस पहली बार मानव भारती में रेड के लिए गई थी तो वहां पर माधव विश्वविद्यालय की सैकड़ों फर्जी डिग्रियां बरामद हुई थी। अभी पुलिस इस मामले की तहकीकात कर रही है ।