अमित ठाकुर | परवाणू
परवाणू स्थित सेक्टर चार पुलिस चेक पोस्ट (बैरियर) के समीप एक दम तीखा मोड़ (ब्लाइंड टर्न) कई वर्षों से दुर्घटनाओं का केंद्र बना हुआ है जहां आएं दिन कोई न कोई छोटी बड़ी दुर्घटना होती रहती है व दुर्घटनाओं की संभावना अक्सर बनी रहती है | सेक्टर चार स्थित बैरियर के साथ लगता मोड़ बहुत अधिक तीखा व बेढंगा मोड़ है एक तरफ चढ़ाई व एक तरफ बहुत अधिक उतराई बनाई गई है, पुलिस बैरियर भवन बीच में होनें के कारण नीचे से ऊपर आने वाले व ऊपर से नीचे जानें वाले वाहनों को सामने से आते हुए अन्य वाहन का पता ही नहीं चलता और दुर्घटना घटित हो जाती है क्योंकि मोड़ पर पुलिस विभाग का भवन (बैरियर) बना हुआ है जिस वजह सामने कुछ दिखाई नहीं देता एवं किसी भी गाड़ी के सामने से आने का कुछ पता नहीं चलता, वाहन एक दम सामने आता है जिस वजह से दुर्घटनाओं की सम्भावना बढ़ जाती है | यह मोड़ (ब्लाइंड टर्न) कई वर्षों से है |
स्थानीय जनता कई बार इस (ब्लाइंड टर्न) को लेकर प्रशासन से सेक्टर 4 स्थित बैरियर को उस जगह से हटा कर कालका की और जाने वाले रोड़ पर स्थानांतरित करने की कई बार अपील कर चुकी है परंतु आज तक प्रशासन द्वारा इस पर कोइ कार्यवाही नहीं हुई ।
“शिकायतकर्ता सुभाष शर्मा (सेवानिवृत एस डी ओ लोक निर्माण विभाग) ने बताया की मेरे द्वारा लोक निर्माण विभाग के पदाधिकारियो को कई बार शिकायत की गई पर आज तक सिर्फ आश्वासन ही मिले है परंतु वर्षो से समस्या का समाधान नही हुआ |”
“कसौली अधिशासी अभियंता मनोहर लाल शर्मा ने बताया की इस समस्या को उनके सामने लाया गया है व वह आज हमनें स्वयं मौके पर जाकर स्थिति का संज्ञान लिया और पाया यह सही में एक तीखा मोड़ व ब्लैक स्पोट है, इस समस्या पर उचित कार्यवाही की जाएगी जिस पर लोक निर्माण विभाग पुलिस विभाग, नगर निगम व परवाणू प्रशासन सब से इस विषय पर बात कर आगे की रूपरेखा तैयार की जाएगी ताकि स्थानीय जनता को भविष्य में इस मोड़ (ब्लाइंड टर्न) को लेकर कोई परेशानी न हो व इस जगह भविष्य में कोई भी हादसे की संभावनाएं न बनें।”
“इस बारे में परवाणू पुलिस की और से डीएसपी योगेश रोल्टा से बात की गई तो योगेश रोल्टा ने कहा हमारे समक्ष यह समस्या आई है और इस भवन का मालिकाना हक़ देखकर व इस समस्या से जुड़े सभी मौजूदा विभागों से मिल कर इस पर आगे जो भी कार्यवाही ज़रूरी होगी वह की जाएगी ताकि भविष्य में मौजूदा स्थान पर होनें वाले हादसों को रोका जा सके ।