अमित ठाकुर | परवाणू
आज जिस प्रकार से हर रोज़ पेट्रोल और डीज़ल के दाम बढ़ रहे है जिसकी वजह से जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है| जनता का मानना है पेट्रोल की कीमतें तो बढ़ रही हैं लेकिन उनकी न्यूनतम आय कोरोना के कारण जैसी की तैसी है या कम ही हो रही है| बड़े-बड़े शहरों जैसे दिल्ली मुंबई समेत अन्य शहरों में पेट्रोल डीज़ल की कीमतें पहले के मुकाबले आज उच्चतम स्तर पर है|
आज लगातार 15 दिनों से पेट्रोल डीज़ल की कीमत बढ़ी है| पेट्रोल की कीमत 32 पैसे से 34 पैसे तक बढ़ी है और हर रोज़ बढ़ ही रही है जिसका सीधा असर नागरिकों की जेब पर पड़ा है| हिमाचल का मुख्यद्वार कहे जानें वाले परवाणू शहर में आज पेट्रोल 104 के पार चला गया है, जिसके कारण आम जनता त्राहि त्राहि कर रही है, पेट्रोल व डीज़ल के दाम बढ़ने की वजह से खाद्य पदार्थ व रोजमर्रा से जुड़ी अधिक्तर चीजो के मूल्यों में भी बढ़ोतरी हुई है|
परवाणू के उद्योगों में कार्यरत्त मज़दूरों का कहना है की हिमाचल में जो न्यूनतम आय इस समय पर है उसमें घर चलाना बेहद मुश्किल ही नहीं अपितु नामुमकिन है| परवाणू स्थित व्यापारियों का कहना है यदि पेट्रोल व डीज़ल की कीमतों में बढ़ोतरी होती रहेगी तो वस्तुओं के दाम भी हमें बढ़ाने पड़ेंगे|
स्थानीय जनता का मानना है यदि कीमतें इसी प्रकार बढ़ती गई तो सरकार को आम नागरिकों एवम मज़दूरों की न्यूनतम आय पर भी विशेष ध्यान देना आवश्यक होगा, और न्यूनतम आये को शीघ्र बढ़ाना होगा अन्यथा आने वाले विधानसभा चुनावों में सभी राजनीतिक पार्टियों को बढ़ी हुई पेट्रोल व डीज़ल की कीमतों को लेकर विरोध का सामना करना पड़ सकता है और आने वाले प्रदेश विधानसभा चुनावों को लेकर यह किसी भी राजनीतिक संगठन के लिए बिल्कुल भी शुभ संकेत नहीं है|
स्थानीय उद्योगों में कार्यरत्त मज़दूरों की माने तो जयराम सरकार न्यूनतम आय को लेकर पूरी तरह असफल रही है और जनता का मानना है यदि मजदूरों की आय के बारे में उचित कदम नहीं उठाए गए तो अगली बार भाजपा सरकार को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है|