कसौली|
कसौली तहसील की कोटबेजा पंचायत में, पंचायत सचिव की जेसीबी मशीन से विकास कार्य करवाने के मामले में 10 दिन से अधिक का समय बीत जाने के बाद विकास खंड विकास अधिकारी धर्मपुर की तरफ से अब तक कोई विभागीय कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है, और न ही विकास खंड अधिकारी धर्मपुर की तरफ से इस बारे में कोई भी जानकारी दी जा रही। इतने गंभीर मामले में कई बार फोन करने पर विकास खंड अधिकारी ने फोन उठाना उचित नहीं समझा।
पंचायत सचिव से बातचीत का ऑडियो
बता दें कि इस मामले में पंचायत द्वारा सचिव को खुश करने के लिए उनकी परिवारिक जेसीबी से कोटबेजा पंचायत के काटल गाँव के लिए आए विधायक निधि के पैसों से लिंक रोड निकालने का काम करवाया जा रहा था। क्षेत्र में इसका वीडियो भी खूब चर्चा का विषय बना हुआ था। मामला उजागर होने पर जब प्रजासत्ता की टीम ने प्रधान कोटबेजा किरणबाला से बात की थी तो उन्होंने उस समय यह जानकारी दी थी विधायक निधि के पैसों की पहली क़िस्त आने पर यह काम करवाया जा रहा है।
वहीँ प्रजासत्ता के पुख्ता सूत्रों के मुताबिक इस मामले को दबाने और विभागीय कार्रवाई से बचने के लिए क़ानूनी नोटिस का सहारा पंचायत सचिव की तरफ से लिया जा रहा है। ताकि मामले की सच्चाई दब जाएँ। सूत्रों के अनुसार इस मामले में गाँव वालों बहा फुसला कर यह बयान दिलवाया जा रहा है कि यह सड़क उन्होंने अपने निजी पैसों से निकलवाई है। ताकि सचिव और मामले में शामिल पंचायत प्रतिनिधियों के इस भ्रष्टाचार को छुपाया जा सके।
पंचायत प्रधान से बातचीत का ऑडियो
लेकिन प्रजासत्ता की न्यूज़ टीम के पास प्रधान कोटबेजा, सचिव और विकासखंड अधिकारी से बातचीत के समय के काल रिकार्डिंग का ऑडियो उपलब्ध है। जिसमें पंचायत सचिव का यह मानना की जेसीबी मशीन उसके परिवार की है। प्रधान का यह कहना कि विधायक निधि से आए पैसों की पहली क़िस्त से यह काम करवाएं जाना। और परिवारिक रिश्तों का हवाला देकर मामले को दबाने के लिए कहा जा रहा है। इतना ही नहीं इस मामले में लोक निर्माण विभाग हिमाचल ने भी अपनी संम्पति( पट्टा मासुलखाना रोड़) को नुकसान पहूँचाने के लिए पंचायत को नोटिस जारी किया है। जिसकी प्रति भी प्रजासत्ता न्यूज़ के पास उपलब्ध है। जिससे यह साफ जाहिर होता है कि पंचायत के द्वारा ही सचिव की पारिवारिक जेसीबी से यह काम करवाया जा रहा था।
वहीँ इस सारे मामले में विकास खंड अधिकारी का कार्रवाई न करना, कई तरह के सवालों को खड़ा करता है। आखिर क्या एक सचिव इतना रासुकदार है कि विभाग के उच्च अधिकारी भी उसके खिलाफ कार्रवाई करने से घबरा रहे हैं। अब यह देखने वाला वाला विषय रहेगा की प्रजासत्ता के एक बार इस मामले को उठाये जाने पर क्या कार्रवाई होती है।
क्या है पूरा मामला इस लिक पर पढ़ें! कोटबेजा में नियमों को दरकिनार कर पंचायत सचिव के परिवार की जेसीबी से करवाए जा रहे विकास कार्य