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बद्दी: हत्यारे ने कत्ल कर नहीं छोड़ा कोई सुबूत, पुलिस ने कागज के टुकड़े पर लिखे फोन नंबर से सुलझाई हत्या की गुत्थी

बद्दी: हत्यारे ने कत्ल कर नहीं छोड़ा कोई सुबूत, पुलिस ने कागज के टुकड़े पर लिखे फोन नंबर से सुलझाई हत्या की गुत्थी

बद्दी|
ओद्योगिक क्षेत्र बद्दी के बिलांवाली के किराये के कमरे में हुई युवती की हत्या मामले की गुत्थी को सुलझा लिया है| हत्यारे हसनैन ने कत्ल के बाद कोई भी सुबूत कमरे में नहीं छोड़ा था। लेकिन पुलिस ने इस मामले को एक कागज के टुकड़े पर महिला के लिखे मोबाइल नंबर से सुलझा लिया। बता दें कि कमरे की तलाशी के दौरान पुलिस को महिला का लिखा एक छोटा सा कागज का टुकड़ा मिला।

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इसके आधार पर थाना प्रभारी दयाराम ठाकुर आरोपी तक पहुंचे और उसे पहले पूछताछ के लिए बद्दी लाया गया। उसने अपना जुर्म कुबूला है। वहीँ महिला की पहचान गीता पुत्री राम प्रसाद गांव दरवार जिला इटावा यूपी के रूप में हुई है। वह बद्दी में एक दवा कंपनी में काम करती थी। यूपी के बरेली जिले के गांव आशिया पोस्ट ऑफिस फरीदपुरी के हसनैन उर्फ मिंटू पुत्र अमीर अहमद के साथ रिलेशन में रहती थी।

गीता का विवाह मैनपुरी यूपी के रामबीर से 2003 में हुआ था। रामबीर से गीता के चार बच्चे हुए, जिसमें दो लड़के और दो लड़कियां हैं। तीन साल पहले गीता मजदूरी के लिए फिरोजाबाद आ गई थी। इस दौरान वह कौशल के साथ लिव इन रिलेशन में रही। बावजूद इसके वह अपने पति रामबीर और बच्चों का पूरा ख्याल रखती थी। अपने पति को पैसा व बच्चों को कपड़े भेजती रही। बाद में कौशल उससे अलग होने पर हसनैन के साथ रिलेशन में रहने लगी, लेकिन वह उस पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाता रहा। जब उसने धर्म परिवर्तन नहीं किया तो उसे चाकू से मार दिया। संवाद
कमरे में हत्या कर यूपी भाग गया था।

जिसके बाद महिला की मौत मामले में पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया है और उसे वीरवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। गीता देवी हसनैन उर्फ मिंटू के साथ बिलांवाली में देव संडोली के मकान में किराए में रह रही थी। पुलिस के अनुसार 22 नवंबर को हसनैन ने किचन में खाना बनाते समय गीता का गला रेतकर कर हत्या कर दी। सभी साक्ष्य लेकर कमरे का ताला बंद कर भाग गया। दो दिसंबर को कमरे से दुर्गंध आने लगी तो पुलिस ने कमरे का ताला तोड़कर शव को निकाला। शव गल-सड़ गया था। एसपी मोहित चावला ने आरोपी को दबोचने की पुष्टि की है। 

Tek Raj

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