सोलन|
सोलन के उपायुक्त कार्यालय के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोनिया गांधी पर ED की कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन में मुख्य रूप से पूर्व मंत्री व सोलन विधायक कर्नल धनीराम शांडिल के अलावा दून के पूर्व विधायक राम कुमार चौधरी प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रमेश चौहान, महासचिव रमेश ठाकुर, सुरेंद्र सेठी, उपाध्यक्ष अरुण शर्मा, प्रवक्ता कुशल जेठी, अमन सेठी, सचिव रोहित शर्मा, मुकेश शर्मा,अमित ठाकुर सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इस दौरान पूर्व मंत्री व सोलन विधायक कर्नल धनीराम शांडिल कहा कि मोदी सरकार की तानाशाह नीतियों के खिलाफ लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है। राजनीतिक विरोधी दलों को दबाने के लिए ED का दुरुपयोग किया जा रहा है।
इस मौके पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष शिव कुमार कहा कि देश की एकता, अखंडता के लिए समर्पित गांधी परिवार को निशाना बनाया जा रहा है। जिस परिवार के सदस्यों ने देश की अखंडता एकता के लिए शहीद होकर अपना बलिदान दिया, उस परिवार को शक के दायरे में लाने की कोशिश की जा रही है। ED और CBI भाजपा के प्रकोष्ठ के रूप में काम कर रही हैं। आज देश में लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है। ED को आगे कर मोदी सरकार कांग्रेस के नेताओं को परेशान करने का काम कर रही है और उन्हें दफ्तर बुलाकर प्रताड़ित किया जा रहा है।
जिस परिवार ने देश के लिए आहुति दी और कुर्बानी दी, उन्हें आज तंग किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि केंद्र सरकार लक्ष्मण रेखा लांघने की कोशिश न करें, नहीं तो इसका अंजाम बुरा होगा।
गौर्तालाभई कि नेशनल हेराल्ड केस से जु़ड़े मनी लांड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ईडी के सामने पेश हुई। करीब ढाई घंटे हुई पूछताछ में सोनिया गांधी से कई सवाल पूछे गए। अब ईडी ने कांग्रेस अध्यक्ष को 25 जुलाई को पेश होने को कहा है।वहीं देशभर में कांग्रेस के कार्यकर्ता और कई बड़े नेता ईडी की कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। वहीं पार्टी सोनिया के साथ एकजुटता दिखाने के लिए भी आज देशभर में प्रदर्शन कर रही है।
कांग्रेस का कहना है कि सरकार बदले की कार्यवाई के तहत सोनिया को फंसा रही है और वह इसका पुरजोर तरीके से विरोध करेगी। बता दें कि इससे पहले जून में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से भी ईडी इसी मामले में पूछताछ कर चुकी है। उस समय भी कांग्रेस ने इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
गौरतलब है कि नेशनल हेराल्ड अखबार और इसे प्रकाशित करने वाली कंपनी एजेएल और यंग इंडियन कंपनी में वित्तीय गड़बड़ी को लेकर ईडी यह जांच कर रही है। सोनिया और राहुल के पास यंग इडिया के 36 प्रतिशत शेयर थे।