दलित शोषण मुक्ति मंच हिमाचल प्रदेश के राज्य सह संयोजक आशीष कुमार के नेतृत्व मे हिमाचल का एक प्रतिनिधि मंडल सेंटर ऑफ दलित स्टडीज द्वारा आयोजित 26, 27 अगस्त तक चलने वाले राष्ट्रीय समिट मे हैदराबाद मे भाग लिया। इस समिट में हिमाचल प्रदेश दलित शोषण मुक्ति मंच का नेतृत्व , करते हुए आशीष कुमार, राजेश तोमर,और दलित विकास संगठन सुनिल कुमार ने भाग लिया।
इस राष्ट्रीय सम्मेलन मे पहले दिन दलित शोषण मुक्ति मंच के राष्ट्रीय कमेटी सदस्य आशीष कुमार ने हिमाचल का पक्ष रखा और हिमाचल प्रदेश की समस्याओं को राष्ट्रीय मंच पर रखा। आशीष कुमार ने कहा कि आउटसोर्स के आधार पर दिये जा रहे रोजगार से अनुसचित जाति वर्ग के अधिकार खत्म हो रहे हैं।
आशीष कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के अंदर शामलत भूमि मे दलित वर्ग को हिस्सेदारी नहीं दी जा रही है। धुमल सरकार ने शामलात भूमि जो वापिस की उसमे दलित वर्ग को न के बराबर हिस्सेदारी मिली है। उन्होंने कहा कि आज शामलात भूमि दलित वर्ग को न मिलने से पशुओं को चारा और अपना गुजर बसर करने मे भी दिक्क़त आ रही है।
उन्होंने कहा कि जिला सिरमौर मे जनजाति क्षेत्र घोषित होने से अनुसूचित जाति और ओबीसी वर्ग के अधिकार खत्म हो गये है। आशीष कुमार ये मुद्दा भी रखा की एससी कम्पोनेट प्लान का दुरूपयोग किया जा रहा है। जो पैसा अनुसूचित जाति वर्ग के कल्याण पर खर्च होना चाहिए उसको विधायक मंत्रियो के लिए विश्राम गृह बनाने पर खर्च किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश मे लगातार दलित शोषण मुक्ति मंच सभी प्रगतिशील संगठनों को संगठित करके व्यापक स्तर पर इस लड़ाई को लड़ा जायेगा और हिमाचल प्रदेश मे निर्णायक जन आंदोलन किया जायेगा, जिसके लिए हमको पूरे देश के लोगों से इस लड़ाई मे हिमाचल प्रदेश को सहयोग किया जायेगा। समेलन को दलित विकास संगठन से सुनील कुमार ने हिमाचल मे शामलात भूमि मे अधिकार दिलाने के लिए इस राष्ट्रीय सम्मेलन मे अपील की।