सोलन।
सोलन के बसाल में अवस्थित विवेकानन्द पुस्कालय में डॉ. आशा शर्मा द्वारा लिखित आलोचनात्मक पुस्तक ‘आचार्य नंददुलारे वाजपेयी की आलोचना दृष्टि’ का प्रोफ़ेसर रामनाथ मेहता के कर कमलों द्वारा विमोचन किया गया। इस आलोचनात्मक पुस्तक में डॉ.आशा शर्मा ने आचार्य नंददुलारे वाजपेयी के साहित्य का रस के विशेष संदर्भ में विवेचन व विश्लेषण किया है। आधुनिक साहित्य को आधुनिक दृष्टि से समझाने वाले समीक्षकों में नंददुलारे वाजपेयी अग्रणी रहे हैं। उन्होंने बीसवीं शताब्दी के साहित्य के विकास और स्वरूप का विशेष रूप से अध्ययन किया है।
प्रोफ़ेसर रामनाथ मेहता हिन्दी साहित्य के लेखक, कवि, आलोचक एवं बहुचर्चित व्यक्तित्व हैं और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय सांध्यकालीन अध्ययन केंद्र शिमला से प्रोफ़ेसर हिन्दी विभाग से सेवानिवृत हुए हैं। इस सुअवसर पर तृप्ता मेहता, डॉ. सुरेन्द्र शर्मा, डॉ. जगदीश कैंथला, डॉ. अंजू बाला, डॉ. आशा कौंडल, डॉ. तारा और टेक चंद उपस्थित रहे। पुस्तक मनीष पब्लिकेशन्स दिल्ली से प्रकाशित हुई है। इस सृजनात्मक उपलब्धि के लिए प्रोफ़ेसर रामनाथ मेहता जी ने डॉ.आशा शर्मा को बधाई दी और अपना आशीर्वाद प्रदान कर उज्ज्वल भविष्य के लिए मंगलकामनाएं भी प्रदान दी।
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