ओम शर्मा। बीबीएन
हिमाचल पुलिस (Himachal Police) से खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेने की वजह से नोकरी से निकाला गया एक पुलिस जवान अपनी कड़ी मेहनत व लगन से प्रदेश ही नहीं देश का नाम विदेशी जमीन पर रोशन कर रहा है लेकिन वर्षों से उस जवान की मेहनत और उपलब्धियों की चमक न तो सरकारों को दिखाई दे रही है और न ही पुलिस विभाग को।
पुलिस विभाग में कार्यरत मन्धाला के पुलिस जवान ने किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए पुलिस विभाग से अनुमति मांगी थी। लेकिन सरकार ने उसे छुट्टी और अनुमति देने से इंकार कर दिया था। लेकिन किक बॉक्सिंग खेल में अपने जनून के चलते अनिल मेहता ने बिना विभागीय अनुमति के देश से बाहर जाकर मुआथाई प्रतियोगिता में हिस्सा लेना जारी रखा। हालांकि अनिल मेहता के पास बाहर जाने के लिए पैसों तक का कोई इंतजाम नहीं था जिस पर अनिल ने बीबीएन के समाजसेवकों की मदद से अपनी प्रैक्टिस और प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना जारी रखा।
इस दौरान अनिल मेहता ने कई बार सरकारों व पुलिस विभाग (Himachal Police Department) के समक्ष सहयोग और मदद की गुहार भी लगाई लेकिन किसी ने उसकी एक नहीं सुनी। अनिल ने पुलिस में रहते हुए खेल को जारी रखने और उसे छुट्टी के लिए कई बार नाक रगड़ा लेकिन पुलिस विभाग ने उसे कोई सहयोग नहीं दिया। एक तरफ तो खेल कोटे से पुलिस विभाग ने कई खिलाड़ियों को बड़े बड़े पद बांटे लेकिन अपने विभाग के खिलाड़ी की जनून और जज्बे की कदर नहीं की।
आज अनिल मेहता नार्थ इंडिया का इकलौता किक बॉक्सिंग खिलाड़ी (Kick Boxing Player) है जो विदेशी ज़मीन पर अपनी कड़ी मेहनत व लगन से देश का नाम रोशन कर रहा है। मुआथाई किक बॉक्सिंग (Muaythai Kick Boxing) में आज वर्ड वाइड अनिल मेहता का 5 वां रैंक है और बेल्ट टाइटल खिताब जीतने वाला देश का पहला खिलाड़ी है। अभी फुकेट में मुआथाई किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप में पटोंग बॉक्सिंग स्टेडियम थाईलैंड में 62 किलो वर्ग में थाईलैंड के खिलाड़ी को हराकर टाइटल बेल्ट हासिल कर हिमाचल नहीं बल्कि देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है।
सरकार (Himachal Government) और पुलिस विभाग (Himachal Police Department) के प्रति लोगों में रोष
बीबीएन के लोगों की मदद से मुकाम हासिल करने वाले अनिल मेहता के प्रति सरकार और पुलिस विभाग के प्रति लोगों में रोष भी है। आखिर क्यों इस खिलाड़ी के मेहनत का सम्मान सरकार और विभाग नहीं कर रहा। लोगों का कहना है कि एक आम परिवार से निकला युवा जिसकी रुचि एक ऐसे खेल में है जिसे हर कोई नहीं खेल सकता, उसकी मेहनत को आखिर क्यों नजरअंदाज किया जा रहा है। बीबीएन के जनता से सरकार से गुहार लगाई है के अनिल मेहता को उसकी नोकरी पूरे मान सम्मान के साथ वापिस की जाए और देश का नाम रोशन करने वाले किक बॉक्सर को सरकार सम्मानित करे।