Solan News: भलकू स्मृति यात्रा के दूसरे दिन 31 लेखकों ने बस द्वारा शिमला से 8.30 बजे यात्रा शुरू की। पहला पड़ाव हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम का ललित कुफरी था जहां लेखकों ने कवि गोष्ठी की। दूसरा पड़ाव पर्यटन निगम का हेरिटेज होटल पैलेस चायल रहा। लेखकों ने पैलेस परिसर का भ्रमण किया और एक साहित्यिक गोष्ठी भी की। उसके बाद लेखक बाबा भलकू के पुश्तैनी गांव झाझा गए और वहां उनका प्राचीन घर देखा और उनके परिजनों से मिले।
गोष्ठी का आकर्षण सम्मान समारोह था जिसमें एक भव्य आयोजन में आकाशवाणी के मशहूर उद्घोषक और रंगकर्मी बी आर मेहता जी को “आजीवन उपलब्धि सम्मान” से सम्मानित किया गया। भलकू की छठी पीढ़ी के वरिष्ठ सदस्य दुर्गा दत्त, राम स्वरूप, कांति स्वरूप और युवा सुशील कुमार को बल्कि स्मृति सम्मान दिया गया। इस सत्र का सुंदर संचालन जगदीश बाली जी ने किया। यह जानकारी हिमालय साहित्य संस्कृति एवं पर्यावरण मंच के अध्यक्ष एस आर हरनोट ने मीडिया को दी।
सम्मानित होने के बाद बी आर मेहता ने हिमालय मंच का भलकू की स्मृतियों को जिंदा रखने के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भलकू एक बड़ी शख्सियत थे। मेहता जी ने उन पर बहुत शोध किया है और चायल में उनकी समिति के प्रयासों से ही भलकू स्मारक और उनकी प्रतिमा स्थापित हुई। मेहता जी ने दुख व्यक्त किया कि भाजपा और कांग्रेस सरकार ने भलकू पार्क के जीर्णोद्धार की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया और पार्क आज उपेक्षित पड़ा है।