Document

इंदौर के स्वाद के दीवाने हुए राहुल द्रविड़, Video

[ad_1]

IND vs AUS Indore Test: टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट मैच इंदौर में खेला जाना है। जहां दोनों टीमें प्रैक्टिस में जुटी हुई हैं। खास बात यह है कि इंदौर क्रिकेट के अलावा अपनी एक अलग पहचान रखता है। यह देश का सबसे साफ शहर है तो यहां का स्वाद लाजवाब हैं, जिसके दीवाने टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ भी हैं। राहुल ने इंदौर की प्रसिद्ध छप्पन दुकान पर पहुंचकर जलेबी का जायका लिया।

राहुल द्रविड़ ने खाई जलेबी

राहुल द्रविड़ प्रैक्टिस के बाद इंदौर की छप्पन दुकान पर घूमने निकले। इस दौरान राहुल द्रविड़ ने एक दुकान पर जलेबी बनते हुए देखी। फिर क्या था दिल्ली टेस्ट में राहुल द्रविड़ ने भले ही छोले-कुल्चे खाने से मना कर दिया था। लेकिन जलेबी देखकर उनसे रहा नहीं गया और उन्होंने जलेबी खाई।

राहुल को देखकर जुट गए लोग

राहुल द्रविड़ के साथ टीम के कुछ और भी लोग साथ थे, ऐसे में यहां जैसे ही राहुल द्रविड़ को लोगों ने दुकान पर खाना खाते हुए देखा तो मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई। जहां उनके साथ सेल्फी लेने के लिए छप्पन में प्रशंसकों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान राहुल काफी देर तक दुकान में रुके और लोगों के साथ सेल्फी भी खिचवाईं।

राहुल का इंदौर से खास नाता

राहुल द्रविड़ का इंदौर से खास नाता है। क्रिकेट की दुनिया में कई रिकॉर्ड बनाने वाले टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ का जन्म इंदौर में हुआ और यहीं उनका बचपन बीता। राहुल ने इंदौर से ही अपने क्रिकेट की शुरुआत की थी।

राहुल द्रविड़ के भाई अभी भी इंदौर में रहते हैं और पूर्व क्रिकेटर अक्सर उनसे मिलने आते हैं। द्रविड़ को इंदौर का स्ट्रीट फूड बहुत पसंद है। इसलिए, उन्होंने छप्पन दुकान का दौरा किया और जमकर जलेबी खाई।

खास बात यह है कि इंदौर का स्वाद लोगों को बहुत पसंद आता है। इंदौर अपनी खाने-पीने की चीजों के लिए दुनियाभर में मशहूर है। यहां आकर लोग अक्सर खाने का आनंद लेते हैं। इंदौर का पोहा-जलेबी यहां का फेवरेट फूड माना जाता है।



[ad_2]

Source link

Tek Raj

संस्थापक, प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया प्रजासत्ता पाठकों और शुभचिंतको के स्वैच्छिक सहयोग से हर उस मुद्दे को बिना पक्षपात के उठाने की कोशिश करता है, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें मुख्यधारा की मीडिया नज़रंदाज़ करती रही है। पिछलें 9 वर्षों से प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया संस्थान ने लोगों के बीच में अपनी अलग छाप बनाने का काम किया है।

Watch us on YouTube