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क्रिकेट में लंबे समय तक टिकने के लिए एक बॉलर में क्या होना चाहिए? ड्वेन ब्रावो ने बताया

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नई दिल्ली: ड्वेन ब्रावो टी20 फॉर्मेट के बेहतरीन गेंदबाद रहे हैं। खास कर के डेथ ओवर्स में अपने वेरिएशन से बल्लेबाजों को चकमा दे देते थे। एक ऐसे फॉर्मेट में जहां गेंदबाजी करना मुश्किल होका है ब्रावो ने दिखाया कि कैसे कामयाब हुआ जाता है। वह 500 टी20 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बने। 15 घरेलू फ्रेंचाइजी खिताब जीते।

अपने करियर और कला के बारे में बात करते हुए ड्बेन ब्रावो ने बताया कि आखिरी के ओवरों में गेंदबाजी करना आसान नहीं है। उन्होंने कहा कि यॉर्कर गेंद होनी सबसे जरुरी है। ये गेंद हमेशा एक बेहतर बिकल्प होती है। लेकिन यह गेंदबाजी करने के लिए सबसे कठिन गेंदों में से एक है। आपको वास्तव में घंटों और अभ्यास करना है। ओवर द विकेट, अराउंड द विकेट, बॉलिंग वाइड, बॉलिंग स्ट्रेट से कई तरह के विकल्प मिलते हैं।

टी20 फॉर्मेट में खेलना है तो यॉर्कर करनी आनी चाहिए

ड्वेन ब्रावो ने कहा कि अगर आपको लंबे समय तक टी20 फॉर्मेट में खेलना है तो यॉर्कर करनी आनी चाहिए। आप भले ही 150 की रफ्तार से गेंदबाजी करते हों एक समय आएगा जब आपको इस गेंद पर भरोसा करना होगा। ब्रावो के अनुसार, अपनी गति की कमी को पूरा करने के लिए, उन्होंने उप-महाद्वीप की परिस्थितियों में धीमी गेंदों का इस्तेमाल किया क्योंकि बल्लेबाजों को अपनी शक्ति के आसपास काम करने के लिए मजबूर होना पड़ा। यह कुछ ऐसा है जो ब्रावो चेन्नई सुपर किंग्स की युवा तेज बैटरी को देना चाहते हैं।

धीमी गेंद पर काम किया

ब्रावो ने कहा- मैंने अपनी धीमी गेंद पर काम किया क्योंकि मेरे पास बल्लेबाजों को डराने के लिए अतिरिक्त गति नहीं है। इसलिए मैं अपने कौशल पर बहुत अधिक भरोसा करता हूं और यह ज्ञान कुछ ऐसा है जो मैं अपने गेंदबाजी समूह को देने की कोशिश कर रहा हूं वे सभी मध्यम तेज गेंदबाज हैं, कोई भी 150 पर गेंदबाजी नहीं करता है। यह उन्हें धीमी गति वाले और यॉर्कर के महत्व को समझने के बारे में है। हर किसी की अलग-अलग विविधताएँ होती हैं, लेकिन यदि आप उन सभी को आज़माते हैं, तो यह बहुत अधिक हो जाती है।

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Tek Raj

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