Document

‘मैंने नजम सेठी से बात की…’, बाबर आजम कप्तानी मामले में शाहिद अफरीदी ने तोड़ी चुप्पी

[ad_1]

kips1025

नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने सोमवार को बाबर आजम की कप्तानी मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। दरअसल, हाल ही पीसीबी अध्यक्ष नजम सेठी ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि शाहिद अफरीदी के नेतृत्व वाली अंतरिम चयन समिति शुरू में बाबर को पाकिस्तान के कप्तान के रूप में बदलना चाहती थी। हालांकि शाहिद ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि नजम जिनके बारे में बात कर रहे थे वो मैं नहीं था।

वह मेरा जिक्र नहीं कर रहे थे

अफरीदी ने इस मामले पर सफाई देते ट्विटर का सहारा लिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा- मैंने मिस्टर नजम सेठी से बात की, जिन्होंने इस बात की पुष्टि की कि बाबर आजम की कप्तानी के बारे में टिप्पणी करते समय वह मेरा जिक्र नहीं कर रहे थे। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट्स में इस बात को और स्पष्ट किया है। इससे मामला ठंडे बस्ते में चला गया है। न्यूजीलैंड सीरीज के लिए बाबर और उनके पक्ष को शुभकामनाएं।

मैंने शाहिद और हारून राशिद की समितियों के विचार मांगे

इससे पहले नजम सेठी ने ट्विटर पर बाबर आजम की कप्तानी को विवादास्पद न बनाने की गुजारिश की थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा- महीनों से मीडिया और क्रिकेट जगत खेल के सभी प्रारूपों में बाबर आजम को कप्तान बनाए रखने के पक्ष और विपक्ष पर चर्चा कर रहे हैं। चूंकि यह निर्णय अंततः अध्यक्ष का है, मैंने शाहिद अफरीदी और अब हारून राशिद की अध्यक्षता वाली चयन समितियों के विचार मांगे।

मामले को विवादास्पद नहीं बनाना चाहिए

सेठी ने आगे लिखा कि दोनों समितियों ने सोचा कि मामला चर्चा के योग्य है, लेकिन दोनों बाद में इस निष्कर्ष पर पहुंचीं कि यथास्थिति को बरकरार रखा जाना चाहिए। मैंने बाद में इस स्थिति को सार्वजनिक रूप से कहा है। अंतिम विश्लेषण में मेरा निर्णय यथास्थिति की सफलता या विफलता के अधीन होगा। आगे जाकर चयनकर्ताओं और क्रिकेट ऑपरेशन डायरेक्टर और हेड कोच का क्या कहना है, मुझे भी इसका मार्गदर्शन मिलेगा। इसलिए हमें बाबर का समर्थन करना चाहिए और राष्ट्रीय टीम के हित में मामले को विवादास्पद नहीं बनाना चाहिए।



[ad_2]

Source link

Tek Raj

संस्थापक, प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया प्रजासत्ता पाठकों और शुभचिंतको के स्वैच्छिक सहयोग से हर उस मुद्दे को बिना पक्षपात के उठाने की कोशिश करता है, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें मुख्यधारा की मीडिया नज़रंदाज़ करती रही है। पिछलें 8 वर्षों से प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया संस्थान ने लोगों के बीच में अपनी अलग छाप बनाने का काम किया है।

Latest Stories

Watch us on YouTube