स्पोर्ट्स डेस्क |
सरफराज खान (Sarfaraz Khan) के छोटे भाई मुंशीर खान ने अंडर-19 विश्वकप में आयरलैंड के खिलाफ शानदार शतक ठोक दिया है। मुशीर (Munshir Khan) ने आयरलैंड के खिलाफ 118 रनों की दमदार पारी खेली। अपनी इस पारी में मुशीर ने 106 गेंद का गेंद का सामना करते हुए 9 चौके और 4 छक्के भी लगाए।
मुशीर की इस दमदार पारी के बदौलत ही टीम इंडिया ने आयरलैंड के खिलाफ निर्धारित 50 ओवर के खेल में 7 विकेट खोकर 301 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। मुंशीर खान ने इस मैच में शानदार पारी खेलकर सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। वहीँ आयरलैंड की पारी 100 रनों पर ही सिमट गई।
संयोग की बात यह भी है कि सरफराज खान (Sarfaraz Khan) और उनके छोटे भाई मुंशीर खान (Munshir Khan) ने एक ही दिन शतक जड़कर चयनकर्ताओं को आइना दिखा दिया। बता दें कि सरफराज खान ने भी इंडिया ए की तरफ से खेलते हुए इंग्लैंड लायंस के खिलाफ ताबड़तोड़ सेंचुरी ठोक दी। सरफराज खान ने इंग्लैंड लायंस के विरुद्ध 160 गेंद पर 161 रन की मैराथन पारी खेली।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि सरफराज खान (Sarfaraz Khan) लगातार शतक ठोक कर भी चयनकर्ताओं को प्रभावित करने में असफल क्यों हो रहे हैं? एक तरफ सरफराज शतक जड़कर अपनी भारतीय टीम में दावेदारी प्रस्तुत करते हैं, तो दूसरी तरफ चयनकर्ता उनके बजाय किसी दूसरे खिलाड़ी का चयन कर लेते हैं।
इधर सरफराज खान अपनी प्रतिभा से सबको प्रभावित कर ही रहे थे कि उधर अंडर-19 में उनके भाई (Munshir Khan) ने जलवा बिखेरते हुए आयरलैंड के खिलाफ शानदार शतक ठोक अपनी प्रतिभा का परिचय दे दिया है। मुंशीर खान अटैकिंग क्रिकेट खेलने के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में आने वाले वक्त में इंडियन प्रीमियर लीग में ऑक्शन में उनपर बड़ी बोली लग सकती है।
उल्लेखनीय है कि सरफराज खान और मुंशीर खान (Munshir Khan) दोनों ही इरफान पठान और युसुफ पठान की राह पर चल पड़े हैं। अगर दोनों भाई ऐसे ही शानदार प्रदर्शन लगातार करते रहे, तो जल्द ही एकसाथ भारतीय टीम में दिखाई दे सकते हैं। दोनों खिलाड़ियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है।
सरफराज खान तो घरेलू क्रिकेट में भारत के डॉन ब्रैडमैन बन चुके हैं। वहीँ उनके भाई मुशीर खान ने अंडर-19 विश्व कप में तूफानी शतक ठोककर गर्दा उड़ा दिया। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या आपको भी लगता है कि सरफराज और मुंशीर खान एक साथ भारतीय टीम में जगह बना सकते हैं या फिर चयनकर्ता इन दोनों को कभी भारत की मुख्य टीम में आने ही नहीं देंगे?