जानिए एक्सपर्ट की राय
जहां नवजात शिशु के लिए मां का दूध किसी अमृत से कम नहीं होता, वहीं एक्सपर्ट की मानें तो ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाएं भी कई गंभीर बीमारियों से बची रहती हैं।
ब्रेस्टफीडिंग(स्तनपान) सिर्फ शिशु के लिए ही नहीं बल्कि मां के लिए भी बहुत फायदेमंद है।
एक्सपर्ट की मानें तो ब्रेस्टफीडिंग से ब्रेस्ट कैंसर(स्तन कैंसर) का खतरा कम होता है।
ब्रेस्टफीडिंग कई तरीकों से ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करती है।
ब्रेस्टफीडिंग, ब्रेस्ट टिश्यूज को कैंसर के प्रति कम संवेदनशील बनाती है।
अगर कोई महिला 6 महीने तक अपने बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग करवाती है तो उसमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा,
ब्रेस्टफीडिंग ना करवाने वाली महिला की तुलना में लगभग 5 प्रतिशत तक कम होता है।